भारत की बहुद्देशीय परियोजाएं
- भारत की बहुद्देशीय परियोजाएं: वे परियोजनाएं होती हैं जो एक साथ कई उद्देश्यों को पूरा करतीं हैं; जैसे – बाढ़ नियंत्रण, विद्युत उत्पादन, सिंचाई, पर्यटन आदि।
- भाखरा-नांगल भारत की सबसे पुरानी परियोजना है जिसकी शुरुआत 1946 में हुई तथा 1963 में पूरी हुई। यह पंजाब के भाखरा नामक स्थान पर सतलज नदी पर निर्मित है। हरियाणा और राजस्थान अन्य लाभन्वित राज्य हैं।
- 1948 में प्रारंभ दामोदर घाटी परियोजना स्वतंत्र भारत की प्रथम परियोजना है। यह अमेरिका की टेनेसी वैली प्रोजेक्ट के माडल पर आधारित है। नदी दामोदर। लाभान्वित राज्य – पश्चिम बंगाल और झारखंड।
- फरक्का परियोजना – गंगा नदी – पश्चिम बंगाल।
- श्रीसेलम – कृष्णा नदी – आंध्रप्रदेश।
- नागार्जुन सागर – कृणा नदी – आंध्रप्रदेश।
- नाथपा-झाकड़ी परियोजना सतलज नदी पर हिमाचल प्रदेश। अन्य लाभन्वित राज्य पंजाब और हरियाणा।
- हीराकुंड – महानदी – ओडिशा।
- कोसी – कोसी बिहार।
- सरदार सरोवर – नर्मदा – गुजरात, मध्य प्रदेश।
- तुंगभद्रा – आंध्रप्रदेश, कर्नाटक।
- मयूराक्षी – झारखण्ड, पश्चिम बंगाल।
- चंबल – मध्य प्रदेश, राजस्थान।
- गंडक – बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल।
- ऊकाई – ताप्ती – गुजरात।
- माही –इस परियोजना का निर्माण सन 1972 में हुआ था। यह राजस्थान के बाँसवाड़ा जिले में राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है।
- व्यास – राजस्थान, पंजाब, हरियाणा।
- तवा – महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश।
- काकरापार – ताप्ती – गुजरात।
- घाटप्रभा – कर्नाटक।
- भीमा – पावना/कृष्णा महाराष्ट्र।
- टिहरी बांध – भागीरथी – उत्तराखंड।
- माताटीला – बेतवा – उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश।
- पोचमपाद – गोदावरी – आंध्रप्रदेश।
- इडुक्की – केरल।
- पेरियार – केरल।
- शरावती – कर्नाटक।
- गोविंद वल्लभ सागर – रिहंद – उत्तर प्रदेश।
- बाण सागर – सोन – मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश।
- अलमट्टी बांध परियोजना – कृष्णा – कर्नाटक।
- सलाल परियोजना – चिनाब – जम्मू-कश्मीर।
- दुलहस्ती परियोजना – चिनाब – जम्मू-कश्मीर।
- बगलिहार परियोजना – चिनाब – जम्मू-कश्मीर, POK.
- तुलबुल परियोजना – झेलम – जम्मू-कश्मीर, POK.
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