स्पिनोजा का सर्वेश्वरवाद
स्पिनोजा का सर्वेश्वरवाद बेनेडिक्ट स्पिनोजा देकार्ते की परंपरा का बुद्धिवादी दार्शनिक है। लेकिन जहां देकार्ते दो
स्पिनोजा का सर्वेश्वरवाद बेनेडिक्ट स्पिनोजा देकार्ते की परंपरा का बुद्धिवादी दार्शनिक है। लेकिन जहां देकार्ते दो
अशुभ की समस्या धर्म-दर्शन का एक महत्वपूर्ण विषय-क्षेत्र है। इस विश्व में अशुभ का सदा-सर्वदा अस्तित्व रहा है। अशुभ का होना ईश्वरवादी धर्मों और दर्शन पद्धतियों के लिए एक ऐसी समस्या है जिसका संतोषजनक समाधान नहीं हो सकता।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग क्या है योग का अर्थ जुड़ना होता है, योग के माध्यम
कर्मयोग या निष्काम कर्म निष्काम कर्म गीता का मुख्य उपदेश है। गीता की यह स्पष्ट
चार्वाक दर्शन का सुखवादी नीतिशास्त्र चार्वाक दर्शन के अनुसार प्रत्यक्ष ही एकमात्र ज्ञान का साधन
अद्वैत दर्शन अद्वैत दर्शन के प्रतिपादक शंकराचार्य हैं। उनके अनुसार “ब्रह्म सत्यं जगन्नमिथ्या जीवो ब्रह्मैव