स्वराज्य दल : गठन, उद्देश्य एवं उपलब्धियां
05 फरवरी 1922 को चौरी चौरा की घटना के बाद असहयोग आन्दोलन को रोक दिया गया। जब आन्दोलन पूरे उफान […]
05 फरवरी 1922 को चौरी चौरा की घटना के बाद असहयोग आन्दोलन को रोक दिया गया। जब आन्दोलन पूरे उफान […]
भारतीय राजनीति में गांधी जी के पदार्पण के बाद स्वतंत्रता आन्दोलन का एक नया दौर शुरू हुआ। अनेक कारणों से
20वीं सदी के आरंभिक वर्षों में कांग्रेस के अंदर गरम पंथ नामक एक नई प्रवृत्ति का विकास हुआ; जिसका नेतृत्व
बंगाल के गवर्नर जनरल : वारेन हेस्टिंग्स (1772/73 से 85) 1773 के रेग्युलेटिंग एक्ट के द्वारा बंगाल के गवर्नर को
भारत के गवर्नर जनरल : लार्ड विलियम बैंटिक (1828-35) लार्ड विलियम बैंटिक 1828 में बंगाल का गवर्नर जनरल बना। 1835
क्रांतिकारी राष्ट्रवादी आंदोलन भारत की राजनीति में क्रांतिकारी राष्ट्रवादी आंदोलन का उदय लगभग उसी समय हुआ जब कांग्रेस के अंदर गरम