मूल कर्तव्य
मूल कर्तव्य मूल संविधान में नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों (मूल कर्तव्य) की व्यवस्था नहीं थी।
मूल कर्तव्य मूल संविधान में नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों (मूल कर्तव्य) की व्यवस्था नहीं थी।
संविधान संशोधन : भारत के संविधान में अनुच्छेद 368 में दी हुई प्रक्रिया से संशोधन
मूल अधिकारों की संशोधनीयता संविधान के भाग तीन में मूल अधिकार दिए गए हैं। इन
संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार: संविधान के अनुच्छेद 29 और 30 अल्पसंख्यकों की संस्कृति और
धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार : हमारा देश एक पंथ निरपेक्ष राज्य है। 42वें संशोधन के