विविध

लाइब्नित्ज का चिद्-बिंदुवाद या चिदणुवाद (MONADOLOGY OF LEIBNIZ)
दर्शन, विविध

लाइब्नित्ज का चिद्-बिंदुवाद या चिदणुवाद (MONADOLOGY OF LEIBNIZ)

लाइब्नित्ज का चिद्-बिंदुवाद या चिदणुवाद आधुनिक पाश्चात्य दर्शन में बुद्धिवादी विचारधारा का आरंभ देकार्ते से होता है जिसका चरम उत्कर्ष […]

स्पिनोजा का सर्वेश्वरवाद
दर्शन, विविध

स्पिनोजा का सर्वेश्वरवाद

स्पिनोजा का सर्वेश्वरवाद बेनेडिक्ट स्पिनोजा देकार्ते की परंपरा का बुद्धिवादी दार्शनिक है। लेकिन जहां देकार्ते  दो मूल द्रव्यों आत्मा और जड़

द्रव्य सिद्धांत
दर्शन, विविध

स्पिनोजा का द्रव्य सिद्धांत

स्पिनोजा का द्रव्य सिद्धांत स्पिनोजा भी देकार्ते की तरह बुद्धिवादी दार्शनिक हैं। एथिक्स इनका प्रसिद्ध ग्रंथ है। जिसमें इन्होंने ज्यामितीय

रेने देकार्ते का दर्शन
दर्शन, विविध

रेने देकार्ते का दर्शन

रेने देकार्ते के अनुसार अनुभव से प्राप्त हमारा ज्ञान कई बार भ्रमपूर्ण होता है। पारंपरिक ज्ञान में लोक विश्वास का मिश्रण हो सकता है। तर्क और गणित से प्राप्त ज्ञान भी विचार के नियमों की अवहेलना करने के कारण त्रुटिपूर्ण हो सकता है। इसलिए सब कुछ पर संदेह किया जाना चाहिए।

अशुभ की समस्या
दर्शन, विविध

अशुभ की समस्या

अशुभ की समस्या धर्म-दर्शन का एक महत्वपूर्ण विषय-क्षेत्र है। इस विश्व में अशुभ का सदा-सर्वदा अस्तित्व रहा है। अशुभ का होना ईश्वरवादी धर्मों और दर्शन पद्धतियों के लिए एक ऐसी समस्या है जिसका संतोषजनक समाधान नहीं हो सकता।